तेहरान। कहते है कि अगर आपके इरादे बुलंद है तो आपको कोई नहीं रोक सकता. ऐसा ही हुआ इस महिला के साथ. धूल भरे और ऊबड़-खाबड़ ट्रैक पर जब बेहनाज शफियाई ने अपनी मोटर बाइक रेस जीत के साथ पूरी की तो इसे इतिहास करार दिया गया.
27 वर्षीय शफियाई रेस में जीतीं या हारीं यह मायने नहीं रखता क्योंकि ईरान में किसी महिला के लिए यह बड़ी बात थी. ईरान में इस्लामिक नियमों के तहत कोई महिला बाइक नहीं चला सकतीं. इसके बावजूद ईरान सरकार ने महिलाओं के लिए मोटरबाइक रेस का आयोजन किया. सरकार से मिली छूट का महिलाओं ने फायदा उठाया. 15 महिलाओं को रेस में हिस्सा लेने का मौका मिला.
शफियाई बड़ी उम्मीद से कहती हैं कि खुदा ने चाहा तो आने वाले वक्त में ऐसा आयोजन फिर होगा. रेस उस घटना के विपरीत थी. जब कुछ दिन पूर्व देजफूल शहर में दो लड़कियों को मोटरबाइक चलाने के मामले में गिरफ्तार किया था.
आपको बता दें कि इस रेस का आयोजन सिर्फ महिलाओं ने किया. इसमें आयोजक, दर्शक और रेसर्स सभी महिलाएं थीं। हालांकि रेस का आयोजन बिना किसी शोर-शराबे के हुआ. इसमें कोई चमक-दमक नजर नहीं आई.