सोशल मीडिया पर जिस तरह से नफरत की आंधी चल रही है सरकार उससे एकदम खुश नहीं है। कई घटनाओं के प्रकाश में आने के बाद केंद्र सरकार ने मंगलवार को Whats App को निर्देश दिया कि वह ‘गैर-जिम्मेदार और विस्फोटक संदेशों’ को अपने प्लेटफॉर्म पर फैलने से रोके। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीक मंत्रालय ने Whats App को वॉर्निंग देते हुए एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि फेसबुक के मालिकाना हक वाली कंपनी ‘अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से बच नहीं सकती।’
वॉट्सऐप को ऐसे वक्त में सरकार की तरफ से चेतावनी दी गई है जब हाल के दिनों में इस पॉप्युलर मेसेजिंग ऐप पर कुछ ‘फर्जी’ संदेशों के वायरल होने के बाद देश के कई हिस्सों में मॉब लिन्चिंग में बेगुनाह लोगों के मारे जाने की कई घटनाएं सामने आई हैं। सूचना तकनीक मंत्रालय ने असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में हुई ‘दुर्भाग्यपूर्ण हत्याओं’ को ‘बेहद दुखद और अफसोसनाक’ बताते हुए कहा कि वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग कर ‘भड़काऊ कॉन्टेंट को बार-बार शेयर करना’ गंभीर चिंता की बात है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना तकनीक मंत्रालय ने गैरजिम्मेदार संदेशों और ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर उनके सर्कुलेशन को गंभीरता से लिया है। सरकार ने Whats App के वरिष्ठ अधिकारियों से अपनी नाराजगी और नाखुशी जाहिर की है और उन्हें सलाह दी गई है कि फर्जी, भड़काऊ और सनसनीखेज संदेशों को सर्कुलेट होने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए।
सरकार ने कंपनी को निर्देश दिया है कि वह ऐसे संदेशों को अपने प्लेटफॉर्म्स के जरिए फैलने से रोकने के लिए तत्काल कदम उठाए। सरकार ने फेक और भड़काऊ संदेश फैलाने वालों पर भी सख्ती बरतने का संदेश दिया है। केंद्र ने राज्य सरकारों को इस तरह की घटनाओ और भड़काऊ व फर्जी संदेशों को फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई वारदात हुई हैं, जब फर्जी वॉट्सऐप संदेशों की वजह से भीड़ ने हिंसा की हो। ऐसा ही एक वाकया Maharashtra के धुले जिले के एक गांव में हुआ, जहां गांववालों ने बच्चा चोरी करने वाला समझकर 5 लोगों को पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस के मुताबिक, ऐसा अफवाह फैला था कि इलाके में बच्चा चोरों का एक गैंग सक्रिय है।