Patna : केन्द्रीय बजट में टेक्सटाइल क्षेत्र की तर्ज पर चमड़ा और फुटवियर उद्योग को केन्द्र में रखकर योजना लाने की घोषणा का लाभ Bihar को भी मिलेगा. कपड़ा क्षेत्र में रोजगार सृजन का विशेष कार्यक्रम पहले से लागू है. यहां कपड़ा उद्योग में कई महिला उद्यमी और छोटी इकाइयां बढ़िया काम कर रही हैं. इसी तरह Bihar Government का उद्योग विभाग विभिन्न जिलों में लेदर क्लस्टर को चिह्नित कर उनको विकसित करने की योजना पर काम कर रहा है.
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष केपीएस केशरी का कहना है कि इस तरह केन्द्र और राज्य सरकार दोनों यदि मिलकर इस क्षेत्र के विकास के लिए काम करें तो कपड़ा क्षेत्र और चर्म उद्योग की जड़ें और गहरी होंगी. इसका लाभ बिहार को मिलेगा. केशरी ने 50 करोड़ तक का सालाना कारोबार करने वाले छोटे और मध्यम उद्यमियों के लिए आयकर घटाकर 25 फीसदी करने के केन्द्र के निर्णय का स्वागत किया है.
पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स के बिहार चैप्टर के अध्यक्ष सत्यजीत सिंह ने भी कहा है कि एमएसएमई क्षेत्र को कर में दी गई छूट की घोषणा से इस क्षेत्र का विकास होगा. हालांकि उन्होंने बजट में विनिर्माण क्षेत्र के लिए किए गए प्रावधान पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में मजदूर केंद्रित उद्योगों जैसे चमड़ा एवं अन्य उद्योगों के विकास पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया है.