मैं एक नियमित ड्राइवर हूं। पर एक जगह मैंने हमेशा मुंह की खाई है जब मैंने अपना रास्ता बदला है। पिछले दिनों मैं नया साल मनाने के लिए मसूरी गया। देहरादून में प्रवेश से पहले पडने वाले पहाडी रास्तों के लगभग 17 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग 3 घंटे निकल गए। मेरे दिमाग में एक बात आई कि क्या कोई दूसरा रास्ता इस शहर को नहीं जोडता ? और जब मैं मसूरी से वापस लौटा तो अपना देहरादून के घंटाघर से दाहिने मुड गया। क्योंकि एक और रास्ता लोगों ने मुझे सुझाया जिसके बारे में अपनी पॉजिटिव प्रतिक्रिया भी दे डाली। लेकिन उस रास्ते ने मुझे इतना रूलाया कि मेरा मन हुआ क्यूं आपको कुछ ऐसे टिप्स दिए जाएं जिससे आप बिना किसी असमंजश में पडे उसी रास्ते पर चलें जिस पर चलकर हर कोई मंजिल पा लेता है। मैं ऐसा इसलिए बोल पा रहा हूं क्योंकि मेरे साथ ऐसा वाक्या लगभग 15 बार हो चुका है। तो आइए आपको बताते हैं लांग ड्राइव के दौरान कैसे करें फैसला।
उदाहरण के तौर पर आपको चंडीगढ जाना है तो सबको पता है कि आप करनाल, अंबाला होते हुए यहां पहुंचेंगे और एनएच1 ही इसका सीधा रास्ता है। और आप इसी रास्ते से हमेशा गए हो तो ऐसे में कभी किसी की बात मानकर दूसरा रास्ता न पकडें जिसके बारे में आपको एकदम पता नहीं है। क्योंकि सीधे रास्ते पर अगर देर भी होती है तो कुछ समय बाद सब सही हो जाता है और उसका पता नहीं चलता। लेकिन जब आप यह सवाल किसी से कर देते हो कि भाई जी कोई और रास्ता है फला जगह पहुंचने का, तो इस सवाल पर मिलने वाला जवाब अक्सर भारी पड जाता है। तो रास्ता वही सही है जिसे नियमित तौर पर लोग पहुंचने के लिए प्रयोग करते हैं और आपको भी उसके बारे में मालूम है।
ड्राइविंग के वक्त हमेशा धैर्य बनाए रखें और कभी किसी चीज को लेकर उतावले न हों और किसी से उलझें नहीं। सिर्फ अपनी बात मानकर मंजिल की ओर बढते रहें। आजकल किसी को पता नहीं होता कि वह कितनी देर में अपनी मंजिल पूरी कर लेगा। इसलिए अपनी गाडी में खाने का सामान और पानी की बोतलें जरूर रखें।
इविंग के वक्त अक्सर देखने को मिलता है कि जैसे ही किसी वजह से कोई लेन बाधित होती है तो लोग फटाक से अपनी गाडी रांग लेन से लाइट जलाकर या पार्किंग इंडीकेटर जलाकर निकालने लगते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो इस बात की पूरी गारंटी हो जाती है कि थोडी देर में दोनो लेन बुरी तरह से चोक हो जाएगी और न आप निकल पाएंगे और न ही दूसरे। इसलिए हमेशा अपनी लेन में खडे होकर जाम खुलने का इंतजार करें। सिर्फ आप ही नहीं आपके पीछे व आगे खडे वाहनों को भी निकलने की टेंशन होती है। अ्गर आपने कोई गलती की तो हर कोई आपकी नकल करने लगेगा। हमेशा जब आप कहीं निकलें तो इस रोड संस्कार का पालन जरूर करें।
ड्राइविंग शुरू करने से पहले ही आप रास्ते के बारे में सारे शोध् कर लें लेकिन इतनी जानकारी आपके पास होनी चाहिए जिससे फिर किसी पर निर्भर होने की जरूरत न पडे। गूगल द्वारा दिखाए गए सबसे पहले रूट को ही फालों करें रीरूट न करें क्योंकि गूगल वही रास्ता सुझाता जो आमतौर पर लोग किसी शहर पहुंचने के लिए लोग करते हैं।